Hemant Soren: ‘मुझे जबरन आरोपी बनाया गया, लेकिन…’, ED की गिरफ्तारी से पहले हेमंत सोरेन का वीडियो संदेश वायरल
ईडी द्वारा गिरफ्तारी से पहले हेमंत सोरेन का एक वीडियो संदेश सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसमें उन्होंने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) आज मुझे गिरफ्तार कर लेगा
झारखंड, Hemant Soren: झारखंड में कल सियासी घमासान देखने को मिला. हेमंत सोरेन ने झारखंड के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. ईडी द्वारा गिरफ्तारी से पहले हेमंत सोरेन का एक वीडियो संदेश सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसमें उन्होंने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) आज मुझे गिरफ्तार कर लेगा, लेकिन मुझे चिंता नहीं है |
‘मुझे गिरफ्तारी की चिंता नहीं,
मैं शिबू सोरेन का बेटा हूं’वीडियो संदेश में उन्होंने कहा कि मुझे गिरफ्तारी की चिंता नहीं है क्योंकि मैं शिबू सोरेन का बेटा हूं. पूरे दिन की पूछताछ के बाद, ईडी ने मुझे ऐसे लोगों से गिरफ्तार करने का फैसला किया, जिनका मुझसे कोई संबंध नहीं है। उन्होंने वीडियो संदेश में दावा किया कि ईडी के पास अभी तक कोई ठोस सबूत नहीं है. मेरे दिल्ली आवास पर जानबूझकर छापा मारकर मेरी छवि खराब करने की भी कोशिश की गई। उन्होंने कहा कि जो लोग गरीबों और आदिवासियों पर अत्याचार करते हैं |
#WATCH | Former Jharkhand CM Hemant Soren before his arrest by ED yesterday said, "Most probably ED will arrest me today, but I am not worried as I am Shibu Soren's son…After a full day of questioning, they decided to arrest me in matters which are not related to me. No… pic.twitter.com/8c3b19yyOL
— ANI (@ANI) February 1, 2024
इस बीच आज जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को रांची की विशेष पीएमएलए कोर्ट में पेश किया जाएगा. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) मामले में आगे की पूछताछ के लिए सोरेन की रिमांड मांगेगा। ईडी की टीम ने बुधवार रात सात घंटे की पूछताछ के बाद हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर लिया. इससे पहले ईडी की हिरासत में रहते हुए सीएम हेमंत ने राज्यपाल से मुलाकात की थी और अपना इस्तीफा सौंप दिया था |
इस्तीफे तक गिरफ्तारी ज्ञापन पर नहीं किए हस्ताक्षर
ईडी अधिकारियों ने बताया कि हेमंत ने अपनी गिरफ्तारी टालने की भी पूरी कोशिश की. यहां तक कि उन्होंने ईडी द्वारा दिए गए अरेस्ट मेमो पर हस्ताक्षर करने से भी इनकार कर दिया. उन्होंने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपने के बाद ही ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये. गिरफ्तारी के बाद ईडी ने उनका स्वास्थ्य परीक्षण कराया.
गिरफ्तारी के लिए विधानसभा अध्यक्ष की अनुमति जरूरी,
इसलिए पहले इस्तीफा किसी आपराधिक मामले में मुख्यमंत्री की गिरफ्तारी के लिए विधानसभा अध्यक्ष की अनुमति जरूरी होती है। इसके लिए उन्हें जानकारी देनी होगी. इस प्रक्रिया से बचने के लिए ईडी ने पहले सोरेन को हिरासत में लिया और बाद में राज्यपाल के पास ले गई. उनके इस्तीफे के बाद ही उन्हें यहां गिरफ्तार कर लिया गया।